Bishan Singh Bedi का निधन – भारतीय Cricket के एक महान नायक का अलविदा
भारत के पूर्व Cricketer Bishan Singh Bedi का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया, इस दुखद खबर ने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया।

भारत के पूर्व Cricketer Bishan Singh Bedi का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया, इस दुखद खबर ने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया। उन्होंने अपने 77 साल के जीवन को Dedicated करके भारत के लिए 77 International मैच खेले और 273 विकेट झटके. इस लेख में, हम आपको Bishan Singh Bedi के जीवन और Cricket Career के बारे में जानकारी देंगे, जिनके निधन से हमारे दिलों में गहरी दुख है।
Bishan Singh Bedi:बीमारी ने किया Career का सामापन
Bishan Singh Bedi की मृत्यु का कारण उनके घुटने की समस्या थी, जिसके लिए उन्होंने हाल ही में Surgery करवाई थी। Surgery के बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और इसके Accordingly, 23 अक्टूबर 2023 को उनका Sizing हो गया। उन्होंने Cricket के मैदान पर कई बड़े और महत्वपूर्ण कार्य किए और आज हम सभी Cricket प्रेमियों के लिए एक खोया हुआ दिन मानना होगा।

भारतीय Cricket के महान Spinner
Bishan Singh Bedi ने अपने ख़िलाड़ी Career में भारत के लिए 77 टेस्ट मैच खेले और 266 विकेट लिए, जिनमें 15 बार पांच विकेट और एक बार मैच में 10 विकेट लिए. उन्होंने 10 वनडे मैचों में भी सात विकेट लिए, जिससे वह Cricket के एक Unique Spinner के रूप में प्रमुख रूप से जाने जाते हैं.
Wicket-getters of the spin quartet
बेदी ने अपने ख़िलाड़ी Career के दौरान भारत को अनगिनत जीत दिलाई और उन्हें Indian spin quartet के हिस्सा के रूप में माना गया. उनके साथ इस कठिन क्षेत्र में इरापल्ली प्रसन्ना, श्रीनिवास वेंकटराघवन और भागवत चंद्रशेखर भी अपना योगदान दिया और इन चारों ने मिलकर 231 टेस्ट मैच खेले और 853 विकेट हासिल किए.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका Best प्रदर्शन
बेदी का आपके साथ एक खास संबंध था, जब वे 1969-70 में कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में एक पारी में 98 रन देकर सात विकेट लिए थे. यह मैच उनके Career का The Best प्रदर्शन था और उन्हें Cricket इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है. उन्होंने 1977-78 में पर्थ में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 194 रन देकर कुल 10 विकेट लिए, जिससे उन्हें एक Unique Milestone हासिल किया। उन्होंने टेस्ट मैच में Only one अर्धशतक 1976 में कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाया था, जिसका वे गर्व से याद करते थे.
कप्तानी की भी अहम भूमिका
Bishan Singh Bedi ने भारतीय Cricket की विशेष महत्वपूर्ण कदम उठाए और 1976 में उन्हें भारतीय टीम के कप्तान बनाया गया. उन्हें इस जिम्मेदारी का मौका मिला, जब महान Cricketer मंसूर अली खान पटौदी के के बाद उन्हें कप्तान बनाया गया. उनकी पहली कप्तानी यात्रा वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में 1976 में हुई थी, जो एक Specificप्रदर्शन था। इसके बाद वे अपनी टीम के साथ इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, और पाकिस्तान के खिलाफ बड़े Serise खेले, लेकिन उन्हें अपने अच्छे खिलाड़ी बनाने में अधिक संबंधित माना गया। उनके नेतृत्व में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में 1976 के दौरे पर पहली जीत दर्ज की थी। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में 3-1, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में 3-2 और पाकिस्तान दौरे पर टेस्ट सीरीज 2-0 से हार के बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था।
एक Unique सफर का हिस्सा
Bishan Singh Bedi का Cricket सफर उनकी कप्तानी से ज्यादा ही उनके Spinning मैजिक को याद किया जाता है। वे अपनी स्पिन बॉल से बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए मशहूर थे, और उनकी प्राक्रितिक गुस्सा और अंदाज से वे अपनी खुद की पहचान बना लिए. उनकी Wife कहती हैं कि वे फ़िल्म Industry में Cricket से भी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते थे, पर उन्होंने अपने दिल की सुनी और Cricket का सफर चुना।
Cricket की दुनिया का दिग्गज
Bishan Singh Bedi का जाना दुनिया के Cricket प्रेमियों के लिए एक बड़ा खोया हुआ है. उन्होंने अपने Cricket Career के दौरान बेहद महत्वपूर्ण योगदान दिया और भारत का मान बढ़ाया। उनकी कप्तानी में भारत ने विभिन्न देशों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, जिसका सबके दिलों पर गहरा प्रभाव पड़ा।
अंत में
Bishan Singh Bedi के निधन से हमारे समाज को एक महान खिलाड़ी की याद और Cricket के सौभाग्य के एक युग का समापन हुआ है. उनकी Unique Spinning कौशल और कप्तानी के साथ उन्होंने भारत को विश्व Cricket में गर्वित किया और हम सदैव उन्हें याद करेंगे. उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति हमारी गहरी sensitivities हैं, और हम उनके यादों को सदैव जिन्दा रखेंगे।